Email: sabrangind@gmail.com
Tag: Deepa karmakar
जाओ और खेलो ! सिर्फ खेलो ! – इतनी ही उम्मीद
(Deepa Karmakar)अच्छा...जब ये ओलम्पिक नहीं खेल रही होती हैं...तब आपकी उम्मीदें कहां होती हैं...जब ये घर चलाने के लिए चाय बेचती हैं, सब्ज़ी बेचती हैं...सरकारी नौकरी के लिए दर-दर...