deshbhakt | SabrangIndia News Related to Human Rights Mon, 31 Oct 2016 06:42:38 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.2.2 https://sabrangindia.in/wp-content/uploads/2023/06/Favicon_0.png deshbhakt | SabrangIndia 32 32 भक्त प्रजाति की खुली पोल – कुर्दिस्तान के फौजी को भारतीय सैनिक बताकर फेसबुक पर देशभक्ति का पैमाना तै करने की कोशिश https://sabrangindia.in/bhakata-parajaatai-kai-khaulai-paola-kauradaisataana-kae-phaaujai-kao-bhaarataiya-saainaika/ Mon, 31 Oct 2016 06:42:38 +0000 http://localhost/sabrangv4/2016/10/31/bhakata-parajaatai-kai-khaulai-paola-kauradaisataana-kae-phaaujai-kao-bhaarataiya-saainaika/ ऐसा कितनी बार होता है कि सोशल मीडिया विशेष कर फेसबुक पर कोई एक सैनिक की फोटो लगाकर आपसे लाइक्स करने की गुहार लगाई जाती है और इन लाइक्स और शेयर्स के ज़रिये आपकी देशभक्ति का पैमाना तै किया जाता है। भला हो केंद्र की भाजपा सरकार का कि भक्तों या फिर कहलें अंध भक्तों […]

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ऐसा कितनी बार होता है कि सोशल मीडिया विशेष कर फेसबुक पर कोई एक सैनिक की फोटो लगाकर आपसे लाइक्स करने की गुहार लगाई जाती है और इन लाइक्स और शेयर्स के ज़रिये आपकी देशभक्ति का पैमाना तै किया जाता है।

भला हो केंद्र की भाजपा सरकार का कि भक्तों या फिर कहलें अंध भक्तों की टोलियों ने देशभक्ति तै करने की अहम् ज़िम्मेदारी अपने कांधों पर उठा ली है और इन्ही ‘शूरवीरों’ की वजह से अब देशप्रेम का भाव भारत में रहने वाले हर शख्स में कूट कूट कर भर दिया गया है।

जो आसानी से बात समझ जाएं तो ठीक और जिन्हें अब भी नहीं पता कि 26 मई 2014 के बाद देश वाक़ई में बदल चूका है तो एक एमएलए वाली पार्टी के नेता राज ठाकरे और जनता द्वारा चुने हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जैसे देशभक्ति के ठीकेदार फ़ौरन पांच करोड़ रूपये के जुर्माने या extortion के ज़रिये आपको आपकी औक़ात याद दिला देते हैं।

और बात जब देश भक्ति की हो तो भक्त महाशय उन लोगों को भी नहीं बख्शते जिन्हों ने कभी केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों का समर्थन किया था.

अभी दिवाली की मिसाल ले लीजिये। सर्जिकल स्ट्राइक पर छाती (56 इंच की न सही) ठोंक कर मोदी सरकार के समर्थन में वीडियो रिलीज़ करने वाले बॉलीवुड कलाकार अक्षय कुमार ने जब दिवाली में पटाखे न छोड़ने की अपील की तो सोशल मीडिया पर मोदी भक्तों ने उनकी तुलना कुत्ते और गधे से कर डाली।

लेकिन आज देशभक्ति की बात मैं जिस सन्दर्भ में कर रहा हूं वो है फेसबुक का एक ख़ास पोस्ट, जिसे तक़रीबन 6 लाख लोगों ने लाइक्स किया है हज़ारों की तादाद में शेयर किया जा रहा है और कमैंट्स की जैसे बारिश हो रही हैं यहां पर।

इस पोस्ट में जसप्रीत कौर नामी एक महिला ने खून में लतपत इराक में स्थित कुर्दिस्तान के एक सिपाही की तस्वीर डाल कर लोगों को या बताने की कोशिश की है कि ये किसी भारतीय सैनिक की तस्वीर है।

 

फोटो के साथ पोस्ट होने वाले में मैसेज में कहा गया है , “आज पता चल जाएगा facebook पर कितने देशभक्त हैं ”

Iraq Army

मज़े की बात ये है कि किसी भी एक शख्स ने ये जानने की कोशिश नहीं की कि ये सैनिक किसी तरीके से भारतीय नहीं लग रहा है। इसके यूनिफार्म पर जी झंडा है वो लाल, सफ़ेद और हरे का मिश्रण है और इस के बीच बैन अशोकचक्र नहीं बल्कि पीले रंग का कोई और ही निशान है। फौजी के साथ हेलमेट पहने दुसरे शख्स ने अपने गले में एक स्कार्फ़ पहन रखा है जो भारतीय सैनिक नहीं पहनते।

और चूँकि हम जनता का रिपोर्टर पर सबूत के बिना कभी कुछ नहीं कहते तो इस झूठ का सच जानने केलिए देखिये ये ट्वीट। ज़रा दोनों पोस्ट्स की तारीखों पर भी एक नज़र डाल लीजिये तो आपको आपको इस पोस्ट के पीछे छुपे घिनौने मक़सद का भी पता चल जाएगा।

 

चैंकियेगा मत अगर जसबीर कौर नामी इस महिला का ये पोस्ट बाद में भाजपा के चुनाव पोस्टर्स पर भी आ जाए , इस देश में बेवक़ूफ़ों की कमी नहीं है और शायद इन्ही बेवक़ूफ़ों केलिए मई 2014 के बाद भक्त शब्द का ‘आविष्कार’ हुआ था।

मूर्खों की इसी टोली में महामूर्खों को अंधभक्त कहा जाता है। वैसे इस प्रजाति के लोग हर पार्टी में मौजूद हैं, लेकिन देशभक्ति का ठेका इन दिनों भाजपा समर्थक भक्तों ने उठायी हुई है।

Courtesy: Janta ka Reporter
 

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जब अंधे राष्ट्रवादियों ने पणजी के सिनेमाघर में एक विकलांग को पीट डाला https://sabrangindia.in/jaba-andhae-raasataravaadaiyaon-nae-panajai-kae-sainaemaaghara-maen-eka-vaikalaanga-kao/ Wed, 19 Oct 2016 10:22:08 +0000 http://localhost/sabrangv4/2016/10/19/jaba-andhae-raasataravaadaiyaon-nae-panajai-kae-sainaemaaghara-maen-eka-vaikalaanga-kao/ लेखक और विकलांग कार्यकर्ता सलिल चतुर्वेदी विनम्र व्यक्तियों में से एक हैं वो बच्चों के पसंदीदा टेलीविजन कार्यक्रम ‘गली गली सिम सिम’ के मूल कलाकारों का हिस्सा था। उन्होने विशेष रूप से अंधे व्यक्तियों के लिए पहली कोंकणी ऑडियोबुक बनाई थी। लेकिन नए भारत के इस बदलते माहौल में उन्हे कुछ देशभक्त लोगों द्वारा मुश्किल […]

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लेखक और विकलांग कार्यकर्ता सलिल चतुर्वेदी विनम्र व्यक्तियों में से एक हैं वो बच्चों के पसंदीदा टेलीविजन कार्यक्रम ‘गली गली सिम सिम’ के मूल कलाकारों का हिस्सा था। उन्होने विशेष रूप से अंधे व्यक्तियों के लिए पहली कोंकणी ऑडियोबुक बनाई थी। लेकिन नए भारत के इस बदलते माहौल में उन्हे कुछ देशभक्त लोगों द्वारा मुश्किल का सामना करना पड़ा।

दरअसल सलिल चतुर्वेदी रजनीकांत की फिल्म कबाली देखने के लिए पणजी के मल्टीप्लेक्स में गए थे। फिल्म शुरू होने से पहले जैसे ही राष्ट्रगान बजा एक देशभक्त जोड़ा खड़ा हो गया और जन-गन-मन गाने लगा लेकिन सलिल अपनी विकलागंता की वजह से खड़े नही हो पाए, इस बात पर उस जोड़े ने सलिल के साथ बदसलूकी की और मारपीट की।

टाईम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, पणजी के मल्टीप्लेक्स हॉल में ये शांतिपूर्ण कवि जब रजनीकांत की फिल्म देखने के लिए गए वहां उन्हे राष्ट्रगान बजने के दौरान खड़े ना होने पर बुरे हमले का सामना करना पड़ा फिल्म के दौरान राष्ट्रगान बजने पर दो पति-पत्नी खड़े हो गए लेकिन रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण और विकलांगता की वजह से सलिल उनके साथ खड़े नहीं हो सके इस बात बात पर उस व्यक्ति ने सलिल को धक्का देकर मारपीट की और उसकी पत्नी चिल्लाई ये आदमी उठ क्यों नहीं सकता।”

 

vs-salil

चतुर्वेदी एक रिटायर्ड सेन्य अधिकारी के बेटे है, लेकिन वह किसी भी तरह के हिंसा का जवाब देने वाले व्यक्तियों में से नहीं है। हालांकि शारीरिक रूप से चोट के कारण भी उस अकारण हमले से उन्होने खामोशी से पूछा  –  “क्यों तुम लोग आराम  से नहीं बैठते हो?  आप किसी की कहानी नही जानते हो। आपको कभी पता नहीं चलेगा”। लेकिन वो पति-पत्नि फिर से सलिल पर चिल्लाए लेकिन फिर पुलिस केस के डर वो बाहर आ गए।

इस हादसे के बाद सलिल कभी फिल्में देखने बाहर नहीं गए उन्होने कहा ‘मैं नहीं जा सकता हूं, मुझे डर है कि फिर से मुझपर हमला होगा और मेरी रीढ़ की हड्डी में चोट और आएगी। मुझे समझ में नहीं आता कि देशभक्ति को व्यक्त करने के लिए इतने सारे लोग एक गैर-आक्रामक तरीका कैसे अपना सकते हैं।

मेंने सोच लिया है कि अगर मुझे खड़ा होने के लिए मजबूर किया गया तो में खड़ा नहीं हूंगा। मेरे पिता एक वायु सेना के एक अनुभवी व्यक्ति है। मैंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में व्हीलचेयर टेनिस में देश का प्रतिनिधित्व किया है। मेरे जीवन को देखो! कौन होते हो आप लोग ये न्याय करने वाले कि मुझे भारत से कितना प्यार है?

Courtesy: Janta ka Reporter
 

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