Harrassed Historian | SabrangIndia News Related to Human Rights Wed, 04 Jan 2017 11:20:11 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.2.2 https://sabrangindia.in/wp-content/uploads/2023/06/Favicon_0.png Harrassed Historian | SabrangIndia 32 32 इतिहासकार इरफान हबीब ने RSS से पूछा आजादी में योगदान, करा दी गई FIR https://sabrangindia.in/itaihaasakaara-iraphaana-habaiba-nae-rss-sae-pauuchaa-ajaadai-maen-yaogadaana-karaa-dai-gai/ Wed, 04 Jan 2017 11:20:11 +0000 http://localhost/sabrangv4/2017/01/04/itaihaasakaara-iraphaana-habaiba-nae-rss-sae-pauuchaa-ajaadai-maen-yaogadaana-karaa-dai-gai/ नई दिल्ली। देशभक्ति का ढिंढोरा पीटने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस की दुखती रग पर जब इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब ने हाथ रखा तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। लेकिन इसके बावजूद भी इरफान हबीब आजादी की लड़ाई में आरएसएस की भूमिका पर उठाए सवालों पर कायम हैं। उनका कहना है कि […]

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नई दिल्ली। देशभक्ति का ढिंढोरा पीटने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस की दुखती रग पर जब इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब ने हाथ रखा तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई। लेकिन इसके बावजूद भी इरफान हबीब आजादी की लड़ाई में आरएसएस की भूमिका पर उठाए सवालों पर कायम हैं। उनका कहना है कि मैं लोकतंत्र में जीने वाला इंसान हूं,  इसलिए जो सही था मैंने वही कहा। अगर मैं गलत हूं तो संघ सबूतों के साथ हकीकत को पेश कर दे। अब तो मामला कोर्ट में है। वो बताए कि आजादी की लड़ाई में कब, कहां और कितने स्वयंसेवक शहीद हुए? रहा सवाल मुकदमे का तो कुछ लोग ओछी पब्लिसिटी के लिए इस तरह की हरकत करते रहते हैं।

Irfan Habib

हाल ही में प्रकाशित हुए अपने एक लेख में इतिहासकार इरफान हबीब ने कहा था कि आजादी की लड़ाई में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं रही। इस लेख के बाद लखनऊ के एक व्यक्ति ने अलीगढ़ की कोर्ट में एक याचिका लगाई है। याची का कहना है कि मैं संघ का सदस्य हूं। इरफान हबीब के इस लेख को पढ़कर मुझे पीड़ा हुई है। मुझे मानसिक आघात पहुंचा है। इस बारे में जब इरफान हबीब से बात की गई तो उनका कहना था कि इस देश में सबको बोलने का हक है।

मैंने जो कहा है वो कागजों में दर्ज है। मेरे पास मेरे बयान से संबंधित सबूत हैं और मैं उस पर कायम हूं। अगर किसी को ये लगता है कि मेरा बयान गलत है तो उसे साबित करे। ऐसे लोग सबूत पेश करें कि इस तारीख में इस जगह संघ से जुड़े फलां स्वयंसेवक ने लड़ाई लड़ी थी और इस लडाई में उन पर कार्रवाई हुई थी या फिर वो शहीद हुए थे।

हबीब ने न्यूज 18 इंडिया डॉटकॉम से बातचीत में कहा कि कई बार ये मामला कोर्ट में गया है। आज भी किसी शख्स ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। जिसको शिकायत है वो कोर्ट में सबूत देकर मेरी बात को खारिज कर सकता है। वर्ना तो जब कोर्ट मांगेगा तो मैं अपने बयान से संबंधित सबूत पेश कर दूंगा। बाकी में इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा। मैं जानता हूं कि ये पब्लिसिटी पाने के लिए की गई ओछी हरकत है।

Courtesy: National Dastak
 

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