नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सोशल मीडिया रणनीति काफी विवादों में रही है। हाल ही में एक पत्रकार ने किताब लिखकर दावा किया है कि पार्टी की सोशल मीडिया टीम विपक्षी नेताओं को चुन-चुन कर निशाना बनाती है। चार फरवरी से आठ मार्च के बीच पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों के लिए मतदान होना है।
इन राज्यों में सबसे ज्यादा निगाहें उत्तर प्रदेश के चुनाव पर हैं। देश के सबसे अधिक संसदीय सीटों वाले प्रदेश में भाजपा सोशल मीडिया कैंपेन चला रही है
लखनऊ स्थित पार्टी के सोशल मीडिया कार्यालयय में कई अलग-अलग टीमें काम करती हैं। इस दफ्तर में सोशल मीडिया, सोशल मीडिया वार रूम, डाटा टीम, कॉन्फ्रेंस रूम और चुनाव कॉल सेंटर हैं।
जानकार बताते हैं कि इस सोशल मीडिया कार्यालय में रोजमर्रा के मुद्दों पर हाई-एंड ग्राफिक्स और वीडियो बनाए जाते हैं जिन्हें अलग-अलग सोशल मीडिया माध्यमों पर पोस्ट किया जाता है। जानकार बताते हैं, “पिछले दो महीनों से करीब छह हजार व्हाट्सऐप ग्रुप में मैसेज भेजा जाता है। उसके बाद करीब एक हजार ग्रुप और बनाए गए। ये ग्रुप पार्टी वर्कर के नहीं है बल्कि आम लोगों के हैं। हमारे पोस्ट इन ग्रुप के जरिए लाखों तक पहुंचते हैं।”
Courtesy: National Dastak