वह जो यूपी का लंपट है, दयाशंकर सिंह, उसका राजनीतिक प्रशिक्षण ABVP में हुआ है. यानी RSS का बगलबच्चा संगठन. सही शिक्षा ली है दयाशंकर ने.
तुम कितने दयाशंकर को BJP से निकालोगे,
हर शाखा से दयाशंकर निकलेगा!
गुजरात में गौ-आतंकवादियों की गुंडागर्दी के लगभग 200 घंटे बाद RSS ने घटना की निंदा कर दी है…. शुक्रिया महाराज. लेकिन यह नहीं बताया है कि मरी हुई गोमाताओं का अंतिम संस्कार कौन करेगा.
मोदी जी, आपके मंत्रिपरिषद के वी. के. सिंह दलितों को कुत्ता बोलकर भी अपने पद पर बने रहते हैं. दयाशंकरों का हौसला यूं ही नहीं बढ़ता.
शाखा में सुबह सुबह और क्या सीखते हैं ये लंपट.
अगर रोहित वेमुला जी की ब्राह्मणवादियों ने सांस्थानिक हत्या न की होती तो गुजरात के गौ-आतंकवादी गुंडों और दयाशंकर सिंह के खिलाफ वह गरज रहा होता! उनकी Ph.D भी इन दिनों पूरी हो रही होती.
क्या शानदार इंसान था रोहित. मुसलमान, दलित, आदिवासी, ओबीसी, महिला हर किसी के मुद्दे पर हमेशा सबसे आगे. ईरोम शर्मिला से लेकर निर्भया तक हर आंदोलन में उनकी आवाज सुनाई देती थी.
मनुस्मृति ईरानी आपने अच्छा नहीं किया.
RSS, आप लोग घटिया हो.