मध्य प्रदेश से दलित उत्पीड़न की सबसे चिंताजनक खबरें आ रही हैं। राज्य के सतना जिले में पुलिस के थर्ड डिग्री के कारण एक दलित की मौत हो जाने का मामला सामने आया है। मृतक के परिजन अब दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दरअसल जमीनी विवाद में एक वृद्ध की हत्या कर दी गई थी। इस पर पुलिस ने रामनगर थाना क्षेत्र के हाहुर गांव निवासी मृतक वृद्ध (गणेश साकेत) के पड़ोसी और उसकी पत्नी को शक के आधार पर हिरासत में ले लिया।
दरअसल, गणेश की सिर्फ एक ही बेटी थी, ऐसे में उसकी मौत के बाद उसके नाम की पूरी जमीन बेटी कमसिलिया की हो जाती। इस जमीन पर पड़ोसी कल्लू साकेत और उसकी पत्नी की भी नजर थी, जिसके लिए उन्होंने गणेश की हत्या कर दी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस बीच पुलिस ने कमसिलिया के पति रामसिया पर भी शक जाहिर किया और उसे छह दिनों की रिमांड पर ले लिया।
छह दिनों तक पुलिस ने उसकी बेरहमी से पिटाई की। आरोप है कि कमसिलिया ने जब अपने पति को छोड़ने की गुहार लगाई तो टीआई आजाद खान ने उससे 30 हजार रुपए रिश्वत मांगी। अपने सुहाग को बचाने के लिए महिला ने ये राशि दे दी। रामसिया को जब छोड़ा गया तब तक पुलिस के थर्ड डिग्री से उसे काफी गंभीर चोटें आ चुकी थी। हालत बिगड़ने पर उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पति की मौत के बाद अब कमसिलिया टीआई और अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रही है। दलित की मौत का मामला सामने आने के बाद रेगांव विधायक ऊषा चौधरी और अन्य दलित नेता जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उनकी पुलिसकर्मियों से जमकर बहस हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए सतना एसडीएम भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित पक्ष को 10 हजार की राहत राशि देते हुए उनके बयान लिए। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।