विश्व हिंदू परिषद के एक वरिष्ठ नेता ने मुस्लिमों से कहा है कि अगर उन्हें भारत में रहना है तो पैंगबर मोहम्मद को छोड़कर श्रीराम के रास्ते पर चलना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वे इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लेते हैं तो उनकी पूरी सुरक्षा की जाएगी।
न्यूज वेबसाइट Coastaldigest.com की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद के ज्वाइंट सेक्रेट्री सुरेंद्र कुमार जैन रविवार को ‘हिंदू जाया घोष’ मीटिंग में बोल रहे थे। इस मीटिंग में जैन ने मुस्लिमों को हिंसक बताते हुए कहा, ‘मुस्लिमों में कुछ ऐसे ग्रुप हैं, जो कि एक दूसरों को नफरत करते हैं।
सुन्नी शियाओं को मारते हैं और शिया सुन्नियों को मारते हैं। मुस्लिम देशों में कोई शांति नहीं है। दुर्भाग्यवश, वे लोग इस देश में भी शांति भंग करना चाहते हैं।’ साथ ही जैन ने मुस्लिमों से कहा कि उनके पैतृक हिंदू ही थे। अगर वे इस्लाम को छोड़कर हिंदू धर्म अपना लेते हैं तो विश्व हिंदू परिषद उनकी पूरी सुरक्षा करेगा। अगर मुस्लिम भारत में रहना चाहते हैं तो मुस्लिमों को पैंगबर मोहम्मद की जगह, श्रीराम के रास्तों पर चलना होगा।’
सुरेंद्र कुमार जैन पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं। उन्होंने अप्रैल महीने में दारुल उलूम देवबंद पर बैन लगाने की मांग की थी। जैन ने देवबंद को आतंक की फैक्ट्री करार दिया था। बता दें, दारुल उलूम देवबंद ने भारत माता की जय को मुस्लिम विरोधी बताया था। उसके बाद जैन ने फतवा जारी करने वाली मौलवी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की थी।
जनसत्ता की खबर के अनुसार जैन ने कहा था, ‘भारत को खत्म करने के लिए देवबंद में जहरीले बीज उगाए जा रहे हैं। यूपी सरकार को दारुल उलूम देवबंद को बैन कर देने चाहिए। फतवा जारी करने वाले मौलवी के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज कर भेजना चाहिए।’ साथ ही उन्होंने कहा था कि वे कहते हैं कि भारत माता की जय बोलना मूर्ती पूजा करने जैसा है। मैं उनसे पूछा चाहता हूं जीत के लिए इस्तेमाल होने वाले नारे ‘जय’ क्या किसी तरह की पूजा है?
Courtesy: Janta Ka Reporter