नई दिल्ली। गुजरात के उना में दलित उत्पीड़न की विभत्स तस्वीर के बाद बिहार के अररिया ज़िला के रहरिया गांव में महादलितों के साथ अमानवीय दमन की एक तस्वीर सामने आई है। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नवोदित जमींदार दयानंद के बेटे मनीष के दरबार में सीमेंट के खूंटे से बांध बांध कर पीटा गया और वह भी भरगामा थाना प्रभारी के दल बल की मौजूदगी में। बिहार में सामाजिक न्याय के नारे के साथ सत्ता में आए नीतीश कुमार अभी भागलपुर सहित अन्य जगहों पर हुए दलित अत्याचारों पर चुप्पी साधे हुए हैं।
बताया जा रहा है कि सैकड़ों लोगों का हुज़ूम मुसहर बस्ती को उजाड़ने आया था। प्रतिरोध कर रहे दो नेताओं माले ज़िला सचिव सत्यनारायण यादव और खेग्रामस नेता कमलेश्वरी ऋषिदेव की हत्या कर इन ऋषिदेवों को बांधकर पीटा गया। पुलिस को जब माले नेताओं की ओर से सुचना दी गयी, तब रानीगंज थाना ने इन्हें छुड़ाकर अस्पताल भेजा। इनका इलाज अभी पूर्णिया में चल रहा है।
Courtesy: National Dastak